प्रखंड के 5 पंचायतों के लोग अब भी बाढ़ की विभीषिका का दंश झेलने रहे है। तिरूवाह के लोग जान जोखिम में डाल कर छोटी छोटी नाव पर मोटरसाईकल, साइकल लोड कर यात्रा करने को विवश है। आने जाने वाले लोगों को साइकल का 30, मोटर साइकल का 50 व प्रति व्यक्ति का 20 रुपए भाड़ा देना पड़ रहा है। क्योंकि इन क्षेत्रों में एक सरकारी नाव दिया गया है, जो पानी मे डूब गया है। इसलिए निजी नाव वालो की चांदी कट रही है। पंचरुखा मध्य के मुखिया निजी कोष से नाव खरीद कर क्षेत्र के लोगो के लिए दिए है। उनके नाविक भी रविवार को यात्रियों से पैसे वसूल रहे थे।
जिसकी शिकायत मुखिया अतीकुर्रहमान से की गई तो उन्होंने नाविकों को भाड़ा लेने से मना कर दिया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता अवध पटेल, सिसवनिया निवासी अमजद, आदिल राणा, जटवा निवासी जावेद आलम, जनेरवा के तसनीम ज्या ने बताया कि अंचल द्वारा जो नाव दिया गया है, वह काफी पुराना,जर्जर व फूटा हुआ है। उसमें बैठ कर यात्रा करना आत्महत्या के बराबर है। बताते चलें कि प्रखंड का जनेरवा, रोहिनिया, पंचरुखा मध्य, पंचरुखा पूर्वी, फुलवार उतरी, फुलवार दक्षिणी पंचायत पिछले 41 दिनों से बाढ़ के पानी से घिरा है। वही बाढ़ का पानी अब सड़क से उतर गया है। केवल बरवाडीह नहर डायवर्सन के ऊपर से बह रहा है। पिछले दिनों ही बाढ़ से डायवर्सन 30 फीट में बह गया था। जिसके कारण लोगो को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है। बीडीओ सह प्रभारी सीओ किरण कुमारी ने बताया कि नाविक द्वारा सरकारी नाव डूबने की सूचना नही दी गई है। यदि ऐसा है तो जल्द ही उसे बाहर निकलवाया जाएगा।
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