सिचाई विभाग के कर्मचारियों और पदाधिकारियों को रहने के लिए प्रखंड में तीन स्थानों पर बनाए गए कोसी कॉलोनी के भवन और जमीन पर स्थानीय लोगों का अवैध कब्जा है। स्थानीय लोग इन भवनों का इस्तेमाल मवेशी के रखने के साथ-साथ जलावन रखने के लिए कर रहे हैं। जबकि खाली पड़ी भूमि पर खेती कर फसल उगाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार प्रखंड के सिलेठ, महेशपुर और बैजनाथपुर में कोसी कॉलोनी के भवन है, जिसपर स्थानीय लोगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा है।
इस बात की जानकारी विभाग को भी है लेकिन विभाग के पदाधिकारी कब्जा हटाने की दिशा में कोई पहल नहीं कर रहे हैं। सौरबाजार पत्तरघट मार्ग के किनारे सिलेठ गांव में बने कोसी कॉलोनी के जमीन और भवन पर स्थानीय लोगों ने मवेशी का चारा जलावन और मवेशी बांधने में उपयोग कर रहे हैं। वहीं यहां विभाग की लगभग 10 एकड़ जमीन पर खेती की जाती है, जिसमें धान, गेहूं, मक्का, मुंग जैसे फसल उगाए जाते हैं लेकिन विभाग को इनसे कोई राजस्व नहीं मिलता है।
स्थानीय लोगों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार गांव के ही रामचंद्र शर्मा, सिफैत पासवान, जुगत राम, बुच्चो शर्मा, सूरज शर्मा समेत दर्जनों लोगों द्वारा कब्जा कर खेती की जा रही है। कब्जे की जानकारी पुलिस प्रशासन और सिचाई विभाग के कर्मियों और पदाधिकारियों को रहने के बावजूद भी कोई कारवाई इन लोगों पर नहीं होती है।
ओपी शिफ्ट होने के कारण कुछ ने हटाया कब्जा
वहीं महेशपुर व बैजनाथपुर गांव में बने कोसी कॉलोनी के भवन में भी असमाजिक तत्वों के लोगों ने कब्जा जमा लिया है। बचे भूभाग पर स्थानीय लोगों द्वारा खेती की जाती है। बैजनाथपुर कोसी कालोनी में बैजनाथपुर ओपी के शिफ्ट होने के बाद यहां डेरा जमाए कुछ असमाजिक तत्व के लोगों ने अपना डेरा खाली कर दिया है लेकिन अब भी बेकार लावारिस पड़े भवनों में से ज्यादातर पर असमाजिक तत्व के लोग ही रहकर अवैध कामों को अंजाम दे रहे है।
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