सूक्ष्म उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत भोजपुरी चित्रकला और सिकी कला पर आधारित 13 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हुआ। नावार्ड भोजपुर द्वारा प्रायोजित संस्था “जन विकास क्रांति” द्वारा संचालित प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र वितरण को लेकर समारोह हुआ। नयका टोला स्थित संस्था के कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन कृषि वैज्ञानिक डा.पीके द्विवेदी, जेके वर्मा और स्थानीय पीएनबी के शाखा प्रबंधक प्रशांत कुमार सिंह ने संयुक्त तरीके से की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड भोजपुर के रंजीत कुमार सिन्हा ने की और संचालन संस्था के महासचिव हिमराज सिंह ने किया। संबोधित करते हुए जिला विकास प्रबंधक ने कहा कि भोजपुरी चित्रकला व सिकी कला एक ऐसी परंपरा रही है। जो एक अच्छा आय का साधन होने के साथ-साथ घरेलू उपयोगों में भी लाया जाता था। मिट्टी के घर के सजावट के लिए और पर्व-त्योहारों में भोजपुरी चित्रकला का एक विशेष महत्व रहा है जो अब आप लोग के माध्यम से इसको व्यवसायिक रूप दिया जा रहा है।
इसकी अब व्यापक स्तर पर मांग भी होनी शुरू हो गयी है। प्रशिक्षण प्राप्त कर सभी महिलाएं स्वयं रोजगार कर आत्मनिर्भर भी हो रही है। वही वरीय अग्रणी बैंक प्रबंधक जेके वर्मा ने ग्राम संपर्क अभियान के तहत महिलाओं को इस व्यवसाय को बढ़ाने के लिए जरूरत के अनुसार ऋण मुहैया उपलब्ध कराने की बात कही।
साथ ही प्रधानमंत्री जीवन बीमा व जीवन सुरक्षा बीमा के बारे में भी उपस्थित महिलाओं को अवगत कराते हुए कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करते हुए मास्क का वितरण भी किया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष सुनील कुमार, कुमारी स्नेहा सिंह, विकास चौधरी, धनजी सिंह, राहुल राज, प्रिया कुमारी व काजल कुमारी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
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