स्वतंत्रता सेनानी व शायर जागेश्वर प्रसाद खलीश की 126वीं जयंती उनके पुत्र डा राजकुमार प्रसाद के गया स्थित आवास पर मनाई गई। इस मौके पर डा उमेश वर्मा सहित अन्य मौजूद थे।
डा वर्मा ने बताया, खरी-खरी अपनी बात कहने के कारण खलीश उपनाम रखा था। उनकी एक शेर प्रसिद्ध है, बरबाद-ए गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी है, अंजाम-ए गुलिस्तां क्या होगा, यहां हर शाख पे उल्लू बैठो है। बीटीएमसी एक्ट 1949 के तहत इसका पदेन अध्यक्ष डीएम होते हैं। अहिंदु डीएम होने पर दूसरा उनका स्थान लेता है। 01 अगस्त 1964 से 04 मई 1967 तक गया के डीएम खुर्शीद मुस्तफा जुबेरी थे। उनके स्थान पर गया के स्वतंत्रता सेनानी व साहित्यकार जागेश्वर प्रसाद खलिश को बीटीएमसी अध्यक्ष बनाया गया था। उनके नाम पर 15 अगस्त 1947 को डेविज पार्क का नाम खलिश पार्क किया था। 27 अप्रैल 1980 को उनका निधन हुआ।
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