भपटियाही थाना क्षेत्र के झिलाडुमरी पंचायत के सदानंदपुर गांव के वार्ड-2 में श्राद्ध का भोज खाने से एक दर्जन से अधिक लोग बीमार पड़ गए। इस दौरान बच्चे व बुजुर्गों को उल्टी व दस्त होना शुरू हो गया। जहां सभी बच्चे व बुजुर्ग लोगों को परिजनों के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सरायगढ़ भपटियाही में भर्ती करवाया गया। जहां सभी बीमार बच्चों का डॉ. पंकज कुमार मिश्रा व डॉ. मोहसीन राजा ने प्राथमिक उपचार किया।
बीमार लोगों में गंगो सदा के 3 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार, रंजन सदा के 7 वर्षीय पुत्री गीता कुमारी व 6 वर्षीय संगीता कुमारी, संतोष कुमार के 5 वर्षीय पुत्री सरपीता कुमारी, महेसिमा सदा के 3 वर्षीय पुत्री संगीता कुमारी, रंजन सदा के 4 वर्षीय पुत्र अमित कुमार, दुर्गानंद राम के 16 वर्षीय पुत्र सुशील कुमार, दुर्गानंद रम के 40 वर्षीय पत्नी सुमित्रा देवी, दीपक कुमार के 6 वर्षीय पुत्री पिंकी कुमारी, विनोद राम के 13 वर्षीय पुत्र नीरज कुमार, रामकुमार राम के 12 वर्षीय पुत्री पार्वती कुमारी शामिल है।
अमित कुमार और संगीता कुमारी को किया गया गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल रेफर
चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद दो बच्चे संगीता कुमारी व अमित कुमार के गंभीर स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल सुपौल रेफर कर दिया गया। परिजन मनोज कुमार, आजाद ज्ञानसादा, सुनील राम कांग सदा नंदलाल साह सहित अन्य ने बताया कि वार्ड नंबर 2 के वार्ड सदस्य वनीता देवी के यहां रविवार की शाम श्राद्ध भोज था। भोज में लोगों के लिए पूड़ी, जलेबी, खीर का प्रबंध किया गया था।
जहां गांव के अन्य लोग सहित उक्त सभी बच्चे शामिल हुए थे। जहां रात भर ठीक-ठाक था। उसके बाद सोमवार की सुबह भी बासी खीर उक्त बीमार बच्चे को खिलाया गया था। खाना खाने के कुछ देर के बाद उक्त सभी बच्चे को उल्टी व दस्त होना शुरू हो गया। तत्काल परिजनों ने सीएचसी में भर्ती करवाया गया। परिजनों ने बताया कि और लोग बीमार हो सकते हैं।
रेफर किये जाने के बाद सीएचसी से तत्काल एंबुलेंस नहीं मिलने से आक्रोशित हुए परिजन
परिजनों ने चिकित्सक द्वारा उपचार के बाद बच्चे को रेफर किए जाने के बाद अस्पताल परिसर में एंबुलेंस नहीं देख भड़क उठे। लोगों की काफी भीड़ जुटने लगी। एंबुलेंस नहीं रहने के कारण लोगों गुस्सा पनपने लगा। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल अस्पताल प्रबंधक को एंबुलेंस उपलब्ध कराने की बात कही। नाराज लोगों ने प्रबंधक के द्वारा दिए गए बच्चों को दवा भी बाहर से भी मंगाने की बात कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि एक भी दवा अस्पताल से नहीं दिया गया। सिर्फ दिखावे के लिए अस्पताल बना हुआ है। स्वास्थ प्रबंधक मिन्नतुल्लाह ने बताया कि सीएचसी में दो एंबुलेंस कार्यरत हैं। एक एंबुलेंस गैरेज में है तथा दूसरा एंबुलेंस रोगी को लेकर बाहर गए हुए है। जब तक एंबुलेंस पहुंचेगा तबतक तत्काल कोई दूसरा विकल्प के रूप में एंबुलेंस आ रहा है, जो जल्द ही रोगी को सदर अस्पताल सुपौल भेजा जाएगा।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/33yyNfk
No comments:
Post a Comment