स्थानीय पंचायत के वार्ड संख्या 03 में पुत्र की मौत के सदमे को पिता बर्दाश्त नहीं कर सके और पिता की भी मौत हो गई। गुरुवार को सोने लाल सहनी का 37 वर्षीय पुत्र संजय सहनी प्रतिदिन की भांति अपना टैम्पो लेकर टेम्पो स्टैण्ड नावकोठी आया। वह दिल्ली जाने वाली बस का टिकट भी काटता था। तीन यात्रियों की टिकट बुक कर यात्री को पहसारा बस पकड़ाने के लिए यात्रियों को टैम्पू पर बिठाया। जैसे ही टैम्पू स्टार्ट करना चाहा अचानक उसके सीने में दर्द होने लगा।
लोगों ने इलाज के लिए पीएचसी में भर्ती कराया। बेगूसराय रेफर कर दिया गया। ले जाने के क्रम में रास्ते में उसकी मौत हो गई। उसके पिता सोने लाल सहनी एम्स दिल्ली में इलाजरत थे। पुत्र की मृत्यु की खबर पर निजी वाहन से शुक्रवार को नावकोठी आए। पुत्र का अंतिम दर्शन किया। वहां दाह संस्कार की तैयारी की जा रही थी, वहां मुखाग्नि भी नहीं दी गई थी कि इधर पिता की मौत की सूचना लोगों को मिली। पुत्र की मुखाग्नि का कार्य रोकते हुए लोगों ने पिता की लाश को भी अंतिम संस्कार के लिए बूढ़ी गंडक नदी लाया। दोनों पिता पुत्र की अंत्येष्टि एक साथ होने से लोगों की आंखें नम हो गईं।
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