आईआईएम बोधगया ने मॉडल यूनाइटेड नेशंस का आयोजन इंटरनेशनल रिलेशंस कमेटी के इनविजन सेल के साथ मिलकर किया। यह इंटरनेशनल रिलेशन कमेटी की अध्यक्षा प्रोफेसर मेधा श्रीवास्तव के नेतृत्व में हुआ। इसके तहत इकनोमिक एंड फाइनेंशियल कमेटी अर्थात इकोफिन कमेटी ने कोरोना वायरस के प्रभाव एवं उससे निपटने के लिए विभिन्न देशों के रणनीति पर चर्चा की।
भारत और अमेरिका ने चीन को घेरते हुए विभिन्न देशों पर व्यापारिक कब्जा एवं भारत के साथ बॉर्डर पर तनाव के मुद्दे को उठाया एवं सभी देशों को एक साथ मिलकर आगे बढ़ने का राह सुझाया। चीन ने जवाबी हमला करते हुए अमेरिका के कोरोना वायरस को चीनी वायरस करार देने की बात पर सवाल उठाया। प्रथम दिन के कार्यक्रम के समापन को प्रोफेसर तमाली चक्रवर्ती ने सभा में मोशन प्रस्तुत किया।
यूएनडीपी ने जल एवं समुद्र नियंत्रण का भी उठाया मुद्दा
यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम कमेटी यूएनडीपी की अध्यक्षता प्रोफेसर सौम्यज्योति बनर्जी और प्रोफेसर वी गिरधर ने किया। यूएनडीपी में सतत जल एवं समुद्र नियंत्रण शासन पर चर्चा की।
पहली सभा की तरह ही इस सभा में भी विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों ने अपने देश में हो रही गतिविधियों से सब को रूबरू कराया एवं भविष्य में सतत विकास के लिए कई सारे उपाय सुझाए।
दो कमेटी में किया विभक्त, चार अन्य समितियों का किया गया गठन
एमयूएन में यूनाइटेड नेशंस के तर्ज पर यूनाइटेड नेशंस बोधगया का आयोजन हुआ, जिसमें दो सभा यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम एवं इकनोमिक एंड फाइनेंशियल कमिटी में विभाजित किया गया। दोनों सभाएं दो दिनों तक विभिन्न सत्रों में चली। दोनों सभाओं को दिशा निर्देश एवं सुनियोजित ढंग से से चलाने के लिए चार अन्य समितियों का गठन किया गया, सेक्रेटेरिएट, एडवाइजरी काउंसिल, एक्जीक्यूटिव और डेलीगेट अफेयर्स। यूएनडीपी और इकोफिन कमेटी में भारत, अमेरिका, होंग कोंग, हंगरी, डेनमार्क, रूस, साउथ कोरिया, इटली और जापान जैसे 30 देशों के प्रतिनिधियों ने दोनों सभाओं में भाग लिया। कार्यक्रम में संस्थान के 70 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया।
लॉकडाउन हटाने के आदेश और एफडीआई बढ़ाने पर चर्चा
इकोफिन कमेटी में सभी देशों में विदेश यात्रा को जारी करने के लिए तमाम लॉकडाउन हटाने के आदेश जारी करने का मुद्दा एवं एफडीआई को बढ़ाने की बात पर चर्चा की। भारत के प्रतिनिधि ने मजबूती से विभिन्न देशों के व्यापार पर कब्जा करने वाले देशों को चेतावनी देते हुए एफडीआई को नियंत्रित ढंग से आगे ले जाने की बात रखी। हांगकांग और डोमिनिकन रिपब्लिक जैसे देशों ने अपने देश के विदेशी यात्रियों पर भारी तौर पर आश्रित होने के कारण सभी देशों से अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू करने की गुहार लगाई।
क्या है एमयूएन
एमयूएन आईआईएम बोधगया के छात्रों के लिए तमाम देशों के प्रतिनिधि जो कि यूनाइटेड नेशन में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं एवं संबंधित मुद्दों पर चर्चा करते हैं का एक अनुभव एवं वाद-विवाद करने की कला में निपुणता हासिल करने का माध्यम है।
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